8/5/11

आओ ना एक बार सामने माँ/ aao na ek baar saamane maa

My mother Late Smt Pushp Mohini Tiwari (with me)
आओ ना एक बार सामने माँ
देख लो बेटे को प्यार से माँ...
कैसे अब पाऊं लाड़ और प्यार
कैसे रोकूँ इन आसुंओ की धार
कैसे गले लगा लूँ मै एक बार
कैसे हाँथ पकड़ जाऊं मैं बाजार
कैसे अब बोलो मनाऊँ मैं त्यौहार
आओ ना एक बार सामने माँ
दो थोड़ा सा डाट फिर मुझे माँ

Aao na ek baar saamane maa
Dekh lo bete ko pyar se maa...
Kaise ab paaoon laad aur pyar
Kaise rokoon in aasuno ki dhaar
Kaise gale laga loon mai ek baar
Kaise haanth pakad jaaoon main bazaar
Kaise ab bolo mana'oon main tyohaar
Aao na ek baar saamane maa
Do thoda sa daat fir mujhe maan

2 टिप्‍पणियां:

  1. उमडा जब जब आँखों में मेरे आंसुओं का सैलाब
    तुम्हारे आँचल की याद मुझे आयी माँ

    बेरुखी जमाने की देखकर सहम गयीं हूँ
    आगोश में लेकर अपने ...
    डर मेरा दूर कर दो माँ ..!!!

    माँ को समर्पित आपका एक और बहुत ही खूबसूरत रचना ... बहुत शुभकामनायें आपको

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  2. याद है मुझे अब भी
    जब मैं छोटी थी..
    अक्सर जब मैं डर जाया करती थी,
    भाग कर आती थी मैं तुम्हारे पास..
    और तुम मुझे छुपा लेती थी,
    आगोश में अपनी
    तब मैं बहुत सुरक्छित महसूस करती थी ..
    अपने आप को !


    एक बार फिर मैं अकेली हूँ
    बहुत डरी हुई भी हूँ
    जरुरत है फिर मुझे तुम्हारे आगोश की
    छिपा लो मुझे फिर एक बार..
    उसी आगोश में !

    maa ki kami koi poori nahi kar sakta ...

    जवाब देंहटाएं

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