नहीं मेरी जान ! तुम खूब बडी हो जाओ। इतनी बडी हो जाओ कि पैसे की लालच में बेहद स्वार्थी और निर्मम हो चुकी इस दुनिया के हर बिकाउ मगर खुद को बहुत बडा समझने वाले इंसान को अपने छोटेपन का एहसास तो हो ! तुम बडी हो जाओ और हर चुनौती का सामना करो, अपना हौसला दिखाओ, क्षमता का प्रदर्षन करो ताकि वे “ार्म से गड जाएं जो तुम्हारी जैसी बेटियों को पैदा होने के पहले ही तुम्हें तुम्हारी मां के पेट में ही खत्म कर डालने पर आमादा रहते हैं। इतनी बडी बनो कि लोग अपनी बेटियांे को तुम्हारी जैसी बनाने की कल्पना करने लगें। इतनी बडी बनो ताकि लोग दहेज के बजाय तुम्हारी काबिलियत को सराहें, चाहें, पूजें। इतनी बडी बनो ताकि जब तुम मां बनो तो उस फर्क को स्वीकार करने से साफ इनकार कर दो, जो तुम्हारे जैसी महिलाओं पर थोपा जाता है ताकि वे अपने गर्भ का लिंग परीक्षण करायें ताकि यदि गर्भ में पल रहा भू्रण कन्या हो तो उसे फौरन खत्म कर दिया जाए। आई लव यू मेरी बिटिया! खूब बडी हो जाए मेरी बेटियां ! दुनिया की सारी बेटियां ! आई लव बेटियां । तुम्हें अपने सीने से लिपटा लेने को बचैन तुम्हारा पापा कुमार सौवीर
भारत जी ....“काहे को बियाहे ….” आप ने आपने दिल के सब बनते को आज बहार निकाल दिया है इस कवीता में ....मैं भी कभी कभी इसी सोच में डूब जाता हूँ .....पर पराया धन .,इसी को संभालना तो होगा ही ...और बीदा भी करना पड़ेगा ....पर में ये आज सोच कर कभी कभी दुखी भी होता हूँ और सोचता हूँ की में इसको पुरे आपने जीवन की कुछ ख़ुशी में कमी तो नहीं रह गई है कही पर खेर .......आप ने दिल के आज फिर एक तर को छेडा है जो कई देनो तक दिल में बजता ही रहे गा ......... और मुझे भी कुछ अपने अलग angel पर सोचने पर विवास किया .......सुन्दर रचना जी ..
Bhai.. bohot emotional hai.. main iss duvidha se bach gaya.. meri beti hai hi nahin.. lekin sach bolo toh bitiya ka hona zindagi ka ek doosra hi matlab sikha deta hai..
नहीं मेरी जान !
जवाब देंहटाएंतुम खूब बडी हो जाओ। इतनी बडी हो जाओ कि पैसे की लालच में बेहद स्वार्थी और निर्मम हो चुकी इस दुनिया के हर बिकाउ मगर खुद को बहुत बडा समझने वाले इंसान को अपने छोटेपन का एहसास तो हो !
तुम बडी हो जाओ और हर चुनौती का सामना करो, अपना हौसला दिखाओ, क्षमता का प्रदर्षन करो ताकि वे “ार्म से गड जाएं जो तुम्हारी जैसी बेटियों को पैदा होने के पहले ही तुम्हें तुम्हारी मां के पेट में ही खत्म कर डालने पर आमादा रहते हैं।
इतनी बडी बनो कि लोग अपनी बेटियांे को तुम्हारी जैसी बनाने की कल्पना करने लगें।
इतनी बडी बनो ताकि लोग दहेज के बजाय तुम्हारी काबिलियत को सराहें, चाहें, पूजें।
इतनी बडी बनो ताकि जब तुम मां बनो तो उस फर्क को स्वीकार करने से साफ इनकार कर दो, जो तुम्हारे जैसी महिलाओं पर थोपा जाता है ताकि वे अपने गर्भ का लिंग परीक्षण करायें ताकि यदि गर्भ में पल रहा भू्रण कन्या हो तो उसे फौरन खत्म कर दिया जाए।
आई लव यू मेरी बिटिया!
खूब बडी हो जाए मेरी बेटियां !
दुनिया की सारी बेटियां !
आई लव बेटियां ।
तुम्हें अपने सीने से लिपटा लेने को बचैन तुम्हारा पापा
कुमार सौवीर
very beautiful.. ur daughter will feel proud...
जवाब देंहटाएंभारत जी ....“काहे को बियाहे ….” आप ने आपने दिल के सब बनते को आज बहार निकाल दिया है इस कवीता में ....मैं भी कभी कभी इसी सोच में डूब जाता हूँ .....पर पराया धन .,इसी को संभालना तो होगा ही ...और बीदा भी करना पड़ेगा ....पर में ये आज सोच कर कभी कभी दुखी भी होता हूँ और सोचता हूँ की में इसको पुरे आपने जीवन की कुछ ख़ुशी में कमी तो नहीं रह गई है कही पर खेर .......आप ने दिल के आज फिर एक तर को छेडा है जो कई देनो तक दिल में बजता ही रहे गा ......... और मुझे भी कुछ अपने अलग angel पर सोचने पर विवास किया .......सुन्दर रचना जी ..
जवाब देंहटाएंBhai.. bohot emotional hai.. main iss duvidha se bach gaya.. meri beti hai hi nahin.. lekin sach bolo toh bitiya ka hona zindagi ka ek doosra hi matlab sikha deta hai..
जवाब देंहटाएंAs always.. badhiya work bhai.. God Bless you...
Rafiq Lasne
pita hona aur vah bhi bitiya ka --isse sukhd kuch bhi to nahi. Bharat ji ne bhut pyari kavita likhi hai.. bdhai.
जवाब देंहटाएंbeautiful emotional rendering!
जवाब देंहटाएंit left me with moist eyes.......
best wishes!
be blessed.....
जवाब देंहटाएंBITIYA darling.........
sadaan salamat or khush raho
loves
naSim
beautiful...so emotional...sach betiyan bahut jaldi badi ho jaati hain...
जवाब देंहटाएंHii.....moti ki tarah piroya hai..its a speacial realtion btwn Dad n beti..sabse special..touched!!!
जवाब देंहटाएंlajwab......dil ko chu gayi....
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