लेखन: भरत एस तिवारी
Bharat S Tiwari
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सब कुछ एक साथ
1/9/10
दिल में बसा हूँ तेरे ,दस्तक नहीं देता...
धडकन बन खून को हूँ रवानगी देता...
dil me'n basa hoon tere, dastak nahi'n deta...
dhad'kan ba'n khoo'n ko, hoo'n rawangi deta ...
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