24/12/12

चली देवी


बर्बरता निर्लज्ज टूटी
प्रणय पावन रक्त रंजित
दहला यम
पाँव उठे , पाँव थमे
पाँव उठे , पाँव थमे
धरा करुण रुधन
मानव मौन
पाँव उठे
चलो देवी
पाँव उठे
चली देवी

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