8/4/12

मोड़ आता है मुश्किलों का सिखाने के लिये Modd aata hai mushkilon ka sikhane ke liye / موڑ آتا ہے مشکلوں کا سکھانے کے لئے

मोड़ आता है मुश्किलों का सिखाने के लिये
दौर ये होता है हिम्मत को बढ़ाने के लिये ...

  घर की दीवार तोड़ोगे तो भीड़ लग जायेगी
  ना आयेगा कोई इक भी ईंट लगाने के लिये 

जाँ ये छोटी है दोस्ती ईमान ओ वफ़ा से
फलसफा याद ये रखना सर उठाने के लिये ...

  भूख थोड़ी तुम बचा कर ज़रूर ही रखना
  हाथ से माँ के इक निवाला खाने के लिये....

धुआँ कर डालेगी आब-ए जिस्म ये शराब 
लब-ए साकी है ज़रुरी जाँ बचाने के लिये  ...

  जब वो दिन आये तुझे पँख लगा दे मौला 
  ना काटना कोई शज़र ऊँची उड़ानों के लिये ...

खिड़कियाँ खुली हों और हवाओं से हो यारी 
राज़ को पर्दों में रखना ‘भरत’ छुपाने के लिये  



موڑ آتا ہے مشکلوں کا سکھانے کے لئے
دور آتا ہے یہ ہمّت کو بڑھانے کے لئے

گھر کی دیوار توڑو گے تو بھیڑ لگ جائے گی
نہ اے گا کوئی اک اینٹ لگانے کے لئے

جان یہ چھوٹی ہے دوستی ایمان و وفا سے
فلسفہ یاد یہ رکھنا سر اٹھانے کے لئے

تم تھوڑی بھوک بچا کر ضرور رکھا کرو
ہاتھ سے ماں کے اک نوالہ کھانے کے لئے

دھواں کر ڈالے گی آب جسم یہ شراب
لب ساقی ہے ضروری جان بچانے کے لئے

جب وہ دن آے تجھے پنکھ لگا دے مولا 
کوئی شجر نہ کاٹنا اونچی اڑانو کے لئے

کھڑکیاں کھلی ہوں اور ہواؤں سے ہو یاری
راز کو پردوں میں رکھنا 'بھرت' چھپانے کے لئے
Thanks for the Urdu translation my dear friend Samina  ! God Bless You



2 टिप्‍पणियां:

  1. घर की दीवार तोड़ोगे तो भीड़ लग जाएगी
    ना आयेगा कोई इक भी ईंट लगाने के लिये ।
    Excellent !! बहुत ही बढ़िया

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  2. करता तोह मैं भी आया गुस्ताखियाँ ,
    सोचा किये था मुड़ जाऊँगा अगले ही मोड़ पे। … ~ प्रदीप यादव ~

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