Bharat S Tiwari
बहुत सहज ढ़ग से भरत जी ने मां से संवाद स्थापित कर लिया और हमारा भी करवा दिया, अपने उद्देश्य में कामयाब काव्य है, सलाम.
भाई ... नम आँखों सेनमन
माँ को याद करती आँखें दिखी मुझे..मार्मिक.
मार्मिक ... देर तक याद रह जाने वाली कविता.
स्वागत है
↑ Grab this Headline Animator
बहुत सहज ढ़ग से भरत जी ने मां से संवाद स्थापित कर लिया और हमारा भी करवा दिया, अपने उद्देश्य में कामयाब काव्य है, सलाम.
जवाब देंहटाएंभाई ...
जवाब देंहटाएंनम आँखों से
नमन
माँ को याद करती आँखें दिखी मुझे..मार्मिक.
जवाब देंहटाएंमार्मिक ... देर तक याद रह जाने वाली कविता.
जवाब देंहटाएं