10/7/11

साजन अपने खेल को खूब रच्यो तुम रंग
पर्दा पीछे छुप गयो बदल के आपन रंग !
पल मा चैन छीन के फेरे हौ अब नैन
अब छोडो ई छुपन छुपाई 'भरत' न छोड़ीयें संग !

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