कृष्ण बिन राधा अकेली , राधा बिन कृष्ण दूर रहकर भी बहुत पास हैं .. इसीलिए प्रेम दोनों का अमर है राधा के लिए बस कृष्ण सच और कृष्ण के लिए एक राधा ही सच ..!!!
एक भावुक लेखक की लेखिनी कमाल की होती है .. आपकी हर कविता भावुक कर देती है ... बहुत शुभकामनायें आपको ...
बहुत ही खूबसूरती से लिखी है शिकायत... :)
जवाब देंहटाएंbhai.....::((((((((((( i knw this nes from me.. am i right..its perfect
जवाब देंहटाएंkabhi radha ko hai dekha kya tumne krishna bina ????? waah !!! bahut hi khoobsurat abhivyakti ...
जवाब देंहटाएंBahut he achi abvhiyakti hain
जवाब देंहटाएंकृष्ण बिन राधा अकेली , राधा बिन कृष्ण
जवाब देंहटाएंदूर रहकर भी बहुत पास हैं ..
इसीलिए प्रेम दोनों का अमर है
राधा के लिए बस कृष्ण सच
और कृष्ण के लिए एक राधा ही सच ..!!!
एक भावुक लेखक की लेखिनी कमाल की होती है .. आपकी हर कविता भावुक कर देती है ... बहुत शुभकामनायें आपको ...
हर शेर यथार्थ के भावों से तराशे हैं आपने !
जवाब देंहटाएंइस ख़ूबसूरत ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई।