6/4/11

Bata do aaj / बता दो आज








5 टिप्‍पणियां:

  1. इस रूह की तड़प , उस रूह की बेचैनियाँ
    रब्बा कैसे मिटे ...

    बेताब मोहब्बत की तड़प की बहुत ही मासूमियत से अभिव्यक्ति की गयी है .. बहुत ही खूबसूरत .. बहुत शुभकामनायें आपको

    जवाब देंहटाएं
  2. इस रूह की तड़प , उस रूह की बेचैनियाँ
    रब्बा कैसे मिटे ...

    बेताब मोहब्बत की तड़प की बहुत ही मासूमियत से अभिव्यक्ति की गयी है .. बहुत ही खूबसूरत .. बहुत शुभकामनायें आपको

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  3. इस रूह की तड़प , उस रूह की बेचैनियाँ
    रब्बा कैसे मिटे ...

    बेताब मोहब्बत की तड़प की बहुत ही मासूमियत से अभिव्यक्ति की गयी है .. बहुत ही खूबसूरत .. बहुत शुभकामनायें आपको

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